Matlabi Files

SLIDE NO 2

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इस मतलबी दुनिया में कोई किसी का नहीं होता है। हम सोचते और करते दुसरे का भला

SLIDE NO 3

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हमें ना कोई किया,  दुनिया ने हमें भी मतलबी बना दिया।

SLIDE NO 4

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मेहरबानी कुछ न की मेरी गरीबी देखकर, बाल बच्चे रो रहे है खाली थाली कर देखकर।

SLIDE NO 5

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बीबी मुझसे कहती है, सोने की जेवर चाहिए, रूठ कर बैठी अलग ,पीतल की बाली देखकर।

SLIDE NO 6

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जिया बिनू देह नदी बिन नारी, वैसे ही नाथ, पुरुष बिनू नारी।

SLIDE NO 9

Thank You

SLIDE NO 10

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