Prem love shayari

SLIDE NO 2

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जो प्रेम नहीं करने पर अक्सर जाने दे देते है। वो प्रेम से पहले अंजाम प् लेते है।

SLIDE NO 3

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धूप में खो गया वो हाथ छुड़ा कर। घर से जो साथ चला था मेरा साया बनकर।

SLIDE NO 4

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उन्हें देखकर मै दीवानी हो गई। लगता ऐसा अब मै सायानी हो गई।

SLIDE NO 5

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उन्हें देखकर मै दीवानी हो गई। लगता ऐसा अब मै सायानी हो गई।

SLIDE NO 6

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मत कर शौकत शान, मोह माया को त्याग करे, तब होगा कल्याण निति उत्तम रहिए, सच्चा रखो इमान इन्हीं सब कार्यो से खुश होगा भगवान।।

SLIDE NO 7

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मिथ्या कवच न बोलिए है ये पाप महान, सत्य के आगे जगत में, सब धन धुल सामान।।

SLIDE NO 8

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तीखी बोली सबको, चुभती तीर सामान। प्रेम की बोली बोलिए, रहे सदा ये ध्यान।।

SLIDE NO 9

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मैं भूका हूँ प्यार का है मान बड़ा नहीं बड़ा ही पान। मीठी केवल बात ही, है दौलत का खान।।

SLIDE NO 10

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हवा सर्द है खिचकी बंद कर लो, बंद कमरे में बसा लूँ मै। इस निराश जीवन को, पल भर में सरल बना लूँ मै।

SLIDE NO 11

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अभी तो नाजुक कलि है, भौरे को फ़साना क्या जाने। वह खुद ही निशाना बन चुकी, वह तीर चलाना क्या जाने।

SLIDE NO 12

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गलियां यार की और जुतिया खा लेता हूँ। इस तरह हम प्रेम की भूख मिटा लेता हूँ .

SLIDE NO 12

Thank You